आज के आधुनिक जीवन में जिस प्रकार प्रगति हो रही है उसी प्रकार कई प्रकार की चीजें सामने चली आ रही हैं जिस प्रकार पहले हम किसी से संपर्क करने के लिए चिट्ठी या पत्र लिखा करते थे उसी प्रकार आज के समय में यह मोबाइल हमारे जीवन पर हावी होती जा रही है मोबाइल का प्रयोग बिना आत्मा के शरीर जैसा होता है जब तक उसमें सिम कार्ड का नाम ना आ जाए ।
Sim Card की पूरी जानकारी
Sim का Full Form Subscriber Identity Module के नाम से जानते हैं इसको हम स्मार्ट कार्ड भी कह सकते हैं । इस को बनाने के लिए सिलिकॉन चिप का प्रयोग होता है और इसमें मोस्ट टेक्नोलॉजी और यह दोनों बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है ।
सिमकार्ड कैसे काम कैसे करता है
यह सेल्यूलर नेटवर्क पर काम करता है या इसको हम मोबाइल नेटवर्क भी कह सकते हैं या संचार नेटवर्क भी कह सकते हैं यह हमारे नेटवर्क या हमारे सिम कार्ड को को एक दूसरे नेटवर्क नेटवर्क से जोड़ने में सहायता करता है और हमारे संचार करने कि प्रतिभा को और तेज कर देता है।
इसका पहला प्रयोग “Giesecke and devirent” ने 1991 में बनाया था और इन्होंने फिनिश वायरलेस नेटवर्क ऑपरेटर रेडिओलिंजाको सबसे पहले 300 सिम कार्ड बेचे थे। इसका इस्तेमाल मोबाइल ,फोन कंप्यूटर ,लैपटॉप सेटेलाइट वॉच और डिजिटल वॉच जैसी चीजों में मुख्य रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। सिम कार्ड को मुख्य रूप से बांटा गया है जैसे
सिम कार्ड मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है
इसको हम साइज के आकार पर हम पहला सिम कार्ड भी कह सकते हैं स्टैंडर्ड सिम कार्ड आज के समय में मोबाइल फोन में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे आम सिम कार्ड है। 1 “लंबे समय तक 0.6″ के आसपास मापन है यह तीन सिम कार्डों में सबसे बड़ा है।
- माइक्रो सिम कार्ड
साइज के आकार पर इसको हम दूसरा सिम कार्ड का का सकते हैं । एक ग्राहक को पहचान वाला मॉड्यूल या ग्राहक पहचान मॉड्यूल, जिसे व्यापक रूप से सिम कार्ड के रूप में जाना जाता है, एक रेटेड सर्किट या एकीकृत सर्किट है जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मोबाइल ग्राहक पहचान संख्या और उससे संबंधित कुंजी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करना है, जिसका उपयोग मोबाइल टेलीफोनी उपकरणों पर ग्राहकों को पहचानने और प्रमाणित करने के लिए किया जाता है।
- मिनी सिम कार्ड
साइज के आकार पर यह तीसरा सिम कार्ड कार्ड पर आकार पर यह तीसरा सिम कार्ड कार्ड पर यह तीसरा सिम कार्ड कार्ड है, आज के समय में सबसे ज्यादा मोबाइल फोन या लैपटॉप या इत्यादि आधुनिक चीजों में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला यह सिम कार्ड है।
दो प्रकार के पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर निम्नलिखित हैं
इस सिम कार्ड में हमको सर्विस प्रोवाइडर मतलब एयरटेल वोडा जैसी कंपनियों से हमें अपने सिम को हम इस्तेमाल करते हैं, उसमें पैसा पहले से ही एडवांस में जमा करना पड़ता है फिर हमें सिम का इस्तेमाल कर सकते हैं जब तक उसकी वैलिडिटी क्षमता खत्म ना हो जाए तब तक हम इस्तेमाल कर सकते हैं |
पोस्टपेड सिम कार्ड पर हमें एडवांस में पैसा जमा करना नहीं पड़ता है इसका मतलब जब तक चाहे तब तक तब तक तब तक इस्तेमाल कर सकते हैं मगर मगर महीने के अंत तक जमा करना पड़ता है जितना हमने इस्तेमाल किया हो किया हो।
GSM का full form है Global System for Mobile Communication . GSM LTE Network में सभी प्रमुख नेटवर्क के संगत उपकरणों की संख्या सबसे अधिक है। परिणामस्वरूप जीएसएम सिम कार्ड सबसे आम प्रकार का सिम कार्ड है।
ग्लोबल सिस्टम फ़ॉर मोबाइल कम्युनिकेशंस (GSM) के बारे में जानने के लिए संभवतः सबसे उपयोगी बात यह है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मानक है। जीएसएम (GSM)प्रणाली का उपयोग करने वाली वाणिज्यिक सेवा वास्तव में 1991 तक शुरू नहीं हुई थी। एनालॉग सेवा का उपयोग करने के बजाय, जीएसएम को टीडीएमए (TDMA)तकनीक का उपयोग करके एक डिजिटल प्रणाली के रूप में विकसित किया गया था।
भिन्न प्रकार की जी नेटवर्क टेक्नोलॉजीमें निम्न है
पुराने जमाने में टेलीफोन बूथ पर इस्तेमाल होने वाला नेटवर्क 1G है । 1G वायरलेस सेलुलर टेक्नोलॉजी की पहली पीढ़ी को संदर्भित करता है। ये एनालॉग दूरसंचार मानक हैं जो 1980 के दशक में पेश किए गए थे ।
पहली बार 1992 में पेश किया गया था, जो सेलुलर टेलीफोन तकनीक की दूसरी पीढ़ी है और बातचीत के डिजिटल एन्क्रिप्शन का उपयोग करने वाला पहला है। 2 जी नेटवर्क डेटा सेवाओं और मैसेज (sms)टेक्स्ट मैसेजिंग की पेशकश करने वाले पहले थे, लेकिन लेकिन फाइल ट्रांसफर करने में सक्षम नहीं रहा था।
1g और 2G की मदद से आसानी से रेडियो सिगनल होने की सफलता प्राप्त हुई। UAE देश 2G सेल्यूलर नेटवर्क को 2022 को खत्म करने की अपने देश में घोषणा की है।
इस नेटवर्क के आने से 2G और 1g में जो कमी रह गई थी डाटा आसानी से ट्रांसफर होने लगा 3G नेटवर्क के आने से यह हैं ,वायरलेस मोबाइल दूरसंचार तकनीक की तीसरी पीढ़ी है।
इसके आने से टेक्नोलॉजी में क्रांति आ गई और टेक्नोलॉजीका प्रयोग और टेक्नोलॉजी का प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ़ने लग गया।
4G में क्रांति लाने वाला सर्विस प्रोवाइडर या कंपनी भी कर सकते हैं वह जिओ कंपनी है जिसने सभी सर्विस प्रोवाइडर जैसे वोडा , एयरटेल , आईडिया इन सभी में बदलाव लाए और इन सब की की वजह से हर क्षेत्र में 4G की बढ़ोतरी होने लग गयी।
यह चौथी पीढ़ी में प्रयोग किया जाने वाला नेटवर्क है जिसने आसानी से डाटा ट्रांसफर तेजी में रफ्तार लाई है।
2019 के आखिरी महीने में सबसे सबसे तेज चलने वाला इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर देश ताइवान है मगर बढ़ती टेक्नोलॉजी और आधुनिक चीजों में उपलब्धि ने इस चीज में भी बदलाव किया है अब 2020 में सिंगापुर में सबसे तेज इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर बन बन गया है।
सिम कार्ड द्वारा फायदा और नुकसान है
जिस प्रकार सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी प्रकार फायदा और नुकसान भी होता है ।
जैसे सिम कार्ड को इस्तेमाल करके को इस्तेमाल करके हम अपनी सारी इच्छाएं पूरी कर सकते हैं जैसे किसी से आसानी से बात कर लेना और अपने काम को और तेजी से कर पाना यह सभी चीजें मुमकिन हो पाई है सिम कार्ड की वजह से जो उसके द्वारा सुविधाएं जो हमें प्राप्त होती हैं जैसे इंटरनेट टेक्सटिंग और कई चीजें ऑनलाइन शॉपिंग जो हमारे जीवन काल पर हावी होती चली जा रही हैं।
हैकर और आतंकवादी जो हमारे देश को नुकसान पहुंचाते हैं इन सबको आधुनिक या टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी की मदद से पकड़ने के लिए विभिन्न तरीके हैं जैसे :-
1- मोबाइल सिग्नल ट्रैकिंग – सेल साइट सिम्युलेटर
सरकार एक अन्य तकनीकी रूप से परिष्कृत संगठन भी डायरेक्ट या सीधे स्थान डेटा एकत्र कर सकता है, जैसे कि सेल साइट सिम्युलेटर (एक पोर्टेबल नकली सेल फोन टॉवर जो एक वास्तविक एक होने का दिखावा करता है, विशेष उपयोगकर्ताओं के मोबाइल फोन को “पकड़ने” के लिए और उनके भौतिक का पता लगाने के लिए, उपस्थिति और उनके संचार पर जासूसी
जिसे कभी-कभी IMSI कैचर भी कहा जाता है)। IMSI इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी नंबर को बताता है जो किसी ग्राहक के सिम कार्ड की पहचान करता है, हालांकि IMSI कैचर डिवाइस के अन्य गुणों का उपयोग करके डिवाइस को टारगेट कर सकते हैं ।
IMSI (इंटरनेशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी)को काम करने के लिए एकांत जगह की जरूरत होती है, वर्तमान में सभी IMSI कैचर्स के खिलाफ कोई विश्वसनीय बचाव नहीं है।
इसे अनुमति देने वाले उपकरणों पर, यह 2G समर्थन को अक्षम करने में सहायक हो सकता है (ताकि डिवाइस केवल 3G और 4G नेटवर्क से कनेक्ट हो सके) और रोमिंग को अक्षम करने के लिए यदि आप अपने होम कैरियर के सेवा क्षेत्र के बाहर यात्रा करने की उम्मीद नहीं करते हैं।
2- मोबाइल सिगनल ट्रैकिंग टॉवर
सभी आधुनिक मोबाइल नेटवर्क में, ऑपरेटर यह गणना कर सकता है कि किसी विशेष ग्राहक का फोन जब भी फोन पर संचालित होता है और नेटवर्क के साथ पंजीकृत होता है। यह करने की क्षमता मोबाइल नेटवर्क के निर्माण के तरीके से उत्पन्न होती है, और आमतौर पर इसे त्रिभुज कहा जाता है।
एक तरीका यह है कि ऑपरेटर ऐसा कर सकता है कि सिग्नल की शक्ति का निरीक्षण करें जो कि किसी विशेष ग्राहक के मोबाइल फोन से अलग-अलग टावरों का निरीक्षण करते हैं, और फिर गणना करते हैं कि इन टिप्पणियों के लिए खाते में उस फ़ोन को कहाँ स्थित होना चाहिए। जिस सटीकता के साथ ऑपरेटर किसी ग्राहक के स्थान का पता लगा सकता है, वह कई कारकों के आधार पर भिन्न होता है, जिसमें ऑपरेटर उस तकनीक का उपयोग करता है और एक क्षेत्र में कितने सेल टॉवर हैं। बहुत बार, यह एक शहर ब्लॉक के स्तर के बारे में सटीक है, लेकिन कुछ प्रणालियोंमें यह अधिक सटीक हो सकता है।
प्रमुख रूप से भारत में टेलीकॉम कंपनी बहुत सी हैं जैसे एयरटेल, वी , जिओ, बीएसएनल यह सब वह टेलीकॉम कंपनी है जो हमें सिम कार्ड प्रोवाइड कराती हैं या प्रोवाइड कराती हैं या देती हैं जिओ सिम कार्ड ने एक क्रांति लाकर सभी सिम कार्ड को टक्कर दी है यानी एयरटेल, वी इत्यादि कंपनियों को अपने दाम वह अच्छी सुविधा या कह सकते हैं बढ़िया नेटवर्क प्रदान कराने की कोशिश की है जिससे उनकी कंपनी और फायदा मे रहे |
आपने क्या सीखा
दोस्तों इस आर्टिकल मे हमने सिम कार्ड की पूरी जानकारी के बारे मे हर एक चीज मैंने आपको बताया है उम्मीद है आपको पसंद आया होगा आप अपना राय हमे कमेन्ट करके जरूर बताइएगा और अगर आपने हमे Facebook और Instagram पर फॉलो नहीं किया है तो Follow कर लीजिए मैं वहा पर भी ऐसी जानकारी देता रहता हु |
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